Shades of Jayanti

4: S2E4 | घड़ूी-घड़ी मेरा दिल धड़के

Episode Summary

मेरी दोस्त शर्मिला के मामा एक हवेली में रहते हैं। बाहर से देखने पर। हम दोनों वहाँ गये थे, तभी मेरी नज़र एक बोतल पर पड़ी। बोतल मुझे अपनी ओर आकर्षित क्यों कर रही थी? मेरी नज़र से ओझल होने के बाद भी वह मेरे ध्यान से ओझल न हो सकी। आइए साथ में ढूँढ़ते हैं इस सवाल का जवाब। आपको डराने, इस हफ्ते फिर आ गयीं हैं जयंती रंगनाथन एक नयी कहानी के साथ।

Episode Notes

मेरी दोस्त शर्मिला के मामा एक हवेली में रहते हैं। बाहर से देखने पर। हम दोनों वहाँ गये थे, तभी मेरी नज़र एक बोतल पर पड़ी। बोतल मुझे अपनी ओर आकर्षित क्यों कर रही थी? मेरी नज़र से ओझल होने के बाद भी वह मेरे ध्यान से ओझल न हो सकी। आइए साथ में ढूँढ़ते हैं इस सवाल का जवाब। आपको डराने, इस हफ्ते फिर आ गयीं हैं जयंती रंगनाथन एक नयी कहानी के साथ।